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Volume : IV, Issue : III, April - 2014 घराने संगीत में रचनात्मकता प्रो. मृत्युंजय अगड़ी, None By : Laxmi Book Publication Abstract : मनुष्य के ज्ञान का दायरा जैसे-जैसे बढ़ा है, साहित्य और संस्कृतियों की मदद से मनुष्य अधिकाधिक विचारशील और सक्रिय होता गया है। साहित्य और कलाओं के विकास में उसने प्रगति की है। संगीत का क्षेत्र भी इसका अपवाद नहीं है। Keywords : Article : Cite This Article : प्रो. मृत्युंजय अगड़ी, None(2014). घराने संगीत में रचनात्मकता. Indian Streams Research Journal, Vol. IV, Issue. III, http://isrj.org/UploadedData/11511.pdf References : - भारतीय संगीत का इतिहास, उमेश जोशी, पृष्ठ 91.
- भारतीय संगीत का इतिहास, भगवतशरण शर्मा, पृष्ठ 91.
- भारतीय संगीत का इतिहास, शरत्चन्द्र परांजपे, पृष्ठ 164.
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