Volume : XIV, Issue : IV, May - 2024 चन्द्रकिरण सौनरेक्सा की ‘नासमझ’ (कहानी संग्रह) की कहानियों में सामाजिक चेतना का अध्ययनजय प्रकाश साकेत, डॉ. लता द्विवेदी By : Laxmi Book Publication Abstract : ‘नासमझ‘ चन्द्रकिरण सौनरेक्सा की एक कहानी संग्रह है जो सामाजिक चेतना और मानवीय अनुभवों पर आधारित है। इस संग्रह में कई कहानियाँ हैं जो विभिन्न सामाजिक मुद्दों, जैसे समाज में विभिन्न वर्गों के लोगों के बीच संबंध, समाजिक न्याय, और सामाजिक बदलाव को छूती हैं। Keywords : Article : Cite This Article : जय प्रकाश साकेत, डॉ. लता द्विवेदी(2024). चन्द्रकिरण सौनरेक्सा की ‘नासमझ’ (कहानी संग्रह) की कहानियों में सामाजिक चेतना का अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. XIV, Issue. IV, http://isrj.org/UploadedData/10986.pdf References : - सौनरेक्सा, चन्द्रकिरण - ‘जब नीरू नरगिस बनी’, नासमझ (कहानी संग्रह), पृष्ठ 16
- सौनरेक्सा, चन्द्रकिरण - ‘कवयित्री‘ , नासमझ (कहानी संग्रह), पृष्ठ 16
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