Volume : I, Issue : XII, January - 2012 मानवाधिकार का इतिहास एवं विकास एक अध्ययन : भारतीय परिवेश के संदर्भ मे डॉ. कैलास रामकृष्ण् नागुलकर Published By : Laxmi Book Publication Abstract : मानवाधिकार वे अधिकार हैं जो मनुष्यों और उनके जीवन के अस्तित्व के लिए आवश्यक हैं। मानव सभ्यता केप्रारंभ से ही समाज में मानव अधिकारों का समावेश है। विशेष रूप से वसुधैव कुटुम्बकम की अवधारणा में मानव सभ्यता की भावना समाहित है। Keywords : Article : Cite This Article : डॉ. कैलास रामकृष्ण् नागुलकर, (2012). मानवाधिकार का इतिहास एवं विकास एक अध्ययन : भारतीय परिवेश के संदर्भ मे . Indian Streams Research Journal, Vol. I, Issue. XII, http://oldisrj.lbp.world/UploadedData/6534.pdf References : - Arun Raj, (2005). National Rights Commission of India, formation, functioning and fututr prospects. New Delhi : Vol-1. Khana.
- Durga Das Basu, (1994). Human Rights in Constitutional law. New Delhi : Prentic Hall of india.
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