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Volume : I, Issue : I, February - 2011

छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक की कृषि ऋणों की मांग, वसूली एवं कालातीत ऋणों का विश्लेषण एवं मूल्यांकन

श्रीमती जयश्री यादव

Published By : Laxmi Book Publication

Abstract :

छत्तीसगढ़ एक नया राज्य है। यहाँ की अधिकांधतः जनसंख्या गांवों में निवास करती है,जो अशिक्षित एवं गरीब है। वह अपने जीवन यापन और अपनी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिये मुख्य रूप से कृषि पर निर्भर है, उसे कृषि कार्य के लिये खाद, बीज एवं वित्त की आवश्यकता होती है।

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Cite This Article :

श्रीमती जयश्री यादव, (2011). छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक की कृषि ऋणों की मांग, वसूली एवं कालातीत ऋणों का विश्लेषण एवं मूल्यांकन . Indian Streams Research Journal, Vol. I, Issue. I, http://oldisrj.lbp.world/UploadedData/6338.pdf

References :

  1. 1.द्वितीय वार्षिक साधारण सभा 2001-02, 27 मार्च 2002- छ.ग. रा.स.बैक मर्या.रायपुर
  2. 2.तृतीय वार्षिक साधारण सभा 2002-03, 28 मार्च 2003 -छ.ग. रा.स.बैक मर्या.रायपुर

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