Volume : II, Issue : VII, August - 2012 कबीर के सामाजिक विचारों का अनुशीलनभगवान आदटराव Published By : Laxmi Book Publication Abstract : हिन्दी भक्तिकाव्य के सन्त – कवियों में कबीर का स्थान सर्वोपरि है | उनके काव्य में रहस्य भावना समाज – सुधार तथा भक्ति का अद्भुत संगम है | यद्यपि कबीर काव्य का मुख्य लक्ष्य अध्यात्म्य विचार है, कवितारचना या समाज सुधार नहीं, तथापि उनकी वाणी में तत्कालीन समाज का चित्र अपने यथार्थ रूप में अंकित हुआ है | Keywords : Article : Cite This Article : भगवान आदटराव, (2012). कबीर के सामाजिक विचारों का अनुशीलन. Indian Streams Research Journal, Vol. II, Issue. VII, http://oldisrj.lbp.world/UploadedData/3814.pdf References : - कबीर ग्रंथावली – डॉ. श्यामसुंदर दास.
- कबीर काव्य में कालाबोध – डॉ. सुमीता कुकरेती.
- बुद्ध – कबीर – अम्बेडकर (एक ही विचारधारा के वाहक)-एस. एस. गौतम.
- कबीर साहित्य की परख – आ. परशुराम चतुर्वेदी.
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