Volume : III, Issue : XI, December - 2013 हजरत मुहम्मद की शिक्षाएँ : एक विंहगम दृष्टि मनोज कुमार स्वामी Published By : Laxmi Book Publication Abstract : नैतिक मूल्यों के अवतार हजरत मुहम्मद का व्यक्तिमत्व मानव जाति के इतिहास में अविस्मरणीय है | उन्होंने अपनी शिक्षायों और उपदेशों द्वारा समाज में आपसी भाई – चारे और सोहार्द्र की भावना स्थापित कर मानव इतिहास में एक नई आचार व्यवस्था , एक नई सांस्कृतिक व्यवस्था , एक नई सामाजिक व्यवस्था और राजनीतिक व्यवस्था बनाई | उनकी ये शिक्षाएँ आज भी उतनी ही प्रासंगिक है जितनी कि उनके अपने युग में थी | प्रस्तुत शोध आलेख मानवता की संयुक्त धरोहर इन शिक्षाओं पर एक विंहगम दृष्टि डालने का विनम्र प्रयास है | Keywords : Article : Cite This Article : मनोज कुमार स्वामी , (2013). हजरत मुहम्मद की शिक्षाएँ : एक विंहगम दृष्टि . Indian Streams Research Journal, Vol. III, Issue. XI, http://oldisrj.lbp.world/UploadedData/3386.pdf References : - तिर्मजी , अध्याय , हुसैन –उल-खुलाक, १/७२३
- अबू दाउद , किताब-उल-निकाह , २/१३५
- निसाई , किताब-उल-निकाह ,२/२७
- अबू दाउद , किताब-उल-आदाब , ३/६११
- बुखारी , किताब-उल-जिहाद ,२/५९
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