Volume : III, Issue : VIII, September - 2013 प्राचीन भारत में शोध की स्थिति राजविन्द्र कौर Published By : Laxmi Book Publication Abstract : मानव की नैसर्गिक प्रवृतियों में जिज्ञासा का अप्रतिम स्थान है | यह मूल प्रवृति ही सम्पूर्ण ज्ञान- वि ज्ञान सभ्यता – संस्कृति की उत्प्रेरक शक्ति है | यह सृष्टि के आदिकाल से अखण्ड रूप से सक्रिय है | इस जिज्ञासा प्रवृति के कारण ही मनुष्य विविध क्षोत्रों में अनेक प्रकार के अनुसंधान करने में समर्थ हुआ | Keywords : Article : Cite This Article : राजविन्द्र कौर , (2013). प्राचीन भारत में शोध की स्थिति . Indian Streams Research Journal, Vol. III, Issue. VIII, http://oldisrj.lbp.world/UploadedData/3097.pdf References : - सावित्री सिन्हा : डॉ. विजेन्द्र स्नातक ,अनुसंधान की प्रक्रिया , नेशनल पब्लिशिंग हाऊस ,१९६९ नई दिल्ली
- सावित्री सिन्हा : डॉ. विजेन्द्र स्नातक ,अनुसंधान की प्रक्रिया , नेशनल पब्लिशिंग हाऊस ,१९६९ नई दिल्ली
- म.ह : राजुरकर राजकमल वोरा : हिन्दी अनुसंधान का स्वरूप , , नेशनल पब्लिशिंग हाऊस ,१९६९ नई दिल्ली
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