Volume : VII, Issue : V, June - 2017 धुमिल और उनका सौन्दर्य शास्त्रडॉ. हरदीप कौर समरा, None By : Laxmi Book Publication Abstract : प्रगतिशील विचारधारा का पोषण करने वाले समकालीन कवियों में कवि ‘धुमिल’ का नाम विशेष महत्त्वपूर्ण है. यथार्थ का जितना तीखापन धुमिल के काव्य में मिलता है उतना किसी अन्य समकालीन कवि की कविता में नही. उनकी लोकप्रियता का कारण है कि वह आम आदमी की जिन्दगी से जुडे हुये थे. Keywords : Article : Cite This Article : डॉ. हरदीप कौर समरा, None(2017). धुमिल और उनका सौन्दर्य शास्त्र. Indian Streams Research Journal, Vol. VII, Issue. V, http://isrj.org/UploadedData/9720.pdf References : - http://kavitakosh.org
- http://kavitakosh.org
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