Volume : VII, Issue : III, April - 2017 टेम्स की सरगम में नारी संवेदना की बहुलताप्रियंका, हरदीप समरा By : Laxmi Book Publication Abstract : संसार के आरंभ में ही मानव अपनी संवेदना को अभिव्यक्त करने के लिए सजग रहा है| नारी की भावना के साथ शुरू से ही पुरुष खिलवाड करता आय है| भारत में स्त्रीयों की स्थिति परिवर्तनशील रही है, बीसवी सदी की शुरुआत से ही नारी की स्थिति सही नही थी| Keywords : Article : Cite This Article : प्रियंका, हरदीप समरा(2017). टेम्स की सरगम में नारी संवेदना की बहुलता. Indian Streams Research Journal, Vol. VII, Issue. III, http://isrj.org/UploadedData/9656.pdf References : - संतोष श्रीवास्त्व, ‘टेम्स की सरगम’ पृष्ठ – २०
- संतोष श्रीवास्त्व ‘टेम्स की सरगम’ पृष्ठ – ११४
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