Volume : IV, Issue : XI, December - 2014 ’भक्तिकालीन निर्गुण संप्रदाय के संत रैदास की सामाजिक एकात्मता"डॉ.सुरेशकुमार केसवानी, None By : Laxmi Book Publication Abstract : रैदास ने तत्कालीन युग में प्रचलित संपूर्ण साधना पद्धतियों एवं विचारों का समन्वय करते हुए नवयुग के अनुरूप एक ऐसी सर्वांगीण पद्धति दी थी जिसमें प्रत्येक विचारधारा का लाभकारी स्वरूप समाविष्ट था, उसका हानिकर या अधिक वैधी रूप तथा बाह्य चरण पूर्ण रूपेण बहिष्कृत कर दिया गया था । Keywords : Article : Cite This Article : डॉ.सुरेशकुमार केसवानी, None(2014). ’भक्तिकालीन निर्गुण संप्रदाय के संत रैदास की सामाजिक एकात्मता". Indian Streams Research Journal, Vol. IV, Issue. XI, http://isrj.org/UploadedData/9551.pdf References :
|
Article Post Production
No data exists for the row/column.
|