Volume : VI, Issue : VI, July - 2016 भूगोल में मात्रात्मक क्रान्ति का ऐतिहासिक विकास - एक सक्षिप्ंत विश्लेषण Dr. Satyabir Yadav, H.E.S.-1, None By : Laxmi Book Publication Abstract : सन् 1950 तक भूगोल एक पूर्ण विषय के रूप में स्थापित हो चुका था। इसमें अध्ययन का स्वरूप वर्णनात्मक था। भूगोल के पास वैज्ञानिक सूत्रों की कमी थी जबकी अन्य प्राकृतिक विज्ञानों के पास साहित्यिक भाषा की जगह गणितीय भाषा तथा सूत्र थे। Keywords : Article : Cite This Article : Dr. Satyabir Yadav, H.E.S.-1, None(2016). भूगोल में मात्रात्मक क्रान्ति का ऐतिहासिक विकास - एक सक्षिप्ंत विश्लेषण . Indian Streams Research Journal, Vol. VI, Issue. VI, http://isrj.org/UploadedData/8667.pdf References :
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