Volume : VI, Issue : IV, May - 2016 गायत्री मंत्र आधुनिक परिप्रेक्ष्य मेंनीरज शर्मा, - By : Laxmi Book Publication Abstract : ओम भूर्भुव:स्व: तत्सवितुर्वरेन्य भर्गो
देवस्व धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात || यजुर्वेद, ३६-३
परमात्मा हम आपके उस प्राणस्वरूप, दु:खनाशक, सुखस्वरूप श्रेष्ठ, तेजस्वई पापनाशक, दिव्यगुण युक्त स्वरूप को धरण करते है, जो हमारी बुद्धि को सन्मार्ग में प्रेरित करे|
Keywords : Article : Cite This Article : नीरज शर्मा, -(2016). गायत्री मंत्र आधुनिक परिप्रेक्ष्य में. Indian Streams Research Journal, Vol. VI, Issue. IV, http://isrj.org/UploadedData/8259.pdf References : - -
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