Volume : V, Issue : XII, January - 2016 स्त्री विमर्श और हिंदी उपन्यासपत्की ए. सी., None By : Laxmi Book Publication Abstract : स्त्री ईश्वर की अदभुत सृष्टि है। स्त्री शक्ति, शील और सौंदर्य की मूर्ति है। पुराने जमानें से लेकर भारत में शक्तिपूजा की परंपरा रही है। स्त्री सशक्तिकरण की बात सदियों से चली आ रही है । और यही सशक्तिकरण उपन्यासों के माध्यम से भी व्यक्त होता दिखाई दे रहा है। स्त्री संघर्ष करते हुये आगे बढ़ रही है। उसके सामने अनेक चुनौतियाॅं है उनका सामना भी बड़े धैर्य के साथ कर रही है। स्त्री - विमर्श अर्थात स्वत्व को खोजने की प्रक्रिया है। अपनी पहचान शक्ति और सत्ता को जानने की कोश्षिष्श करते हुये स्त्री जागरण की बात उपन्यासों के माध्यम से व्यक्त होती दिखाई देती है। उपन्यास समाज के साथ चलने वाली साहित्यीक विधा है। साहित्यिक विधा में स्त्री को सही रूप से जानने पहचानने की कोश्षिष्श की गयी है। Keywords : Article : Cite This Article : पत्की ए. सी., None(2016). स्त्री विमर्श और हिंदी उपन्यास. Indian Streams Research Journal, Vol. V, Issue. XII, http://isrj.org/UploadedData/7669.pdf References : - हिंदी महिला उपन्यासकारों की मानवीय संवेदना - डॉ.उषा यादव
- स्त्रीत्वादी विमर्श - समा शर्मा
- नारी अस्मिता: हिंदी उपन्यासों में सुदेश बगा
- नारी अस्मिता: हिंदी उपन्यासों में सुदेश बगा
- स्त्रीत्वादी विमर्श - समा शर्मा
- हिंदी महिला उपन्यासकारों की मानवीय संवेदना - डॉ.उषा यादव
- औरत, अस्तित्व और अस्मिता - अरविंद जैन
- स्त्री सशक्तिकरण के विविध आयाम - डॉ..ऋषभदेव शर्मा
- स्त्री उपेक्षिता - सीमोन दबोठवार
- स्त्री के लिए जगह - राजकिशोर
- समकालीन महिला लेखन - डॉ.ओमप्रकाश शर्मा
- स्त्रीवादी साहित्य विमर्श - जगदीश्वर चतुर्वेदी
- आधुनिक कथा - साहित्य में नारी स्वरुप और प्रतिमा – डॉ.उमा शुक्ल
- स्त्रीत्वादी विमर्श - समा शर्मा
- हिंदी महिला उपन्यासकारों की मानवीय संवेदना - डॉ.उषा यादव
- स्त्रीत्वादी विमर्श - समा शर्मा
- हिंदी महिला उपन्यासकारों की मानवीय संवेदना - डॉ.उषा यादव
- नारी अस्मिता: हिंदी उपन्यासों में सुदेश बगा
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- स्त्रीत्वादी विमर्श - समा शर्मा
- हिंदी महिला उपन्यासकारों की मानवीय संवेदना - डॉ.उषा यादव
- स्त्री के लिए जगह - राजकिशोर
- समकालीन महिला लेखन - डॉ.ओमप्रकाश शर्मा
- औरत, अस्तित्व और अस्मिता - अरविंद जैन
- स्त्रीवादी साहित्य विमर्श - जगदीश्वर चतुर्वेदी
- आधुनिक कथा - साहित्य में नारी स्वरुप और प्रतिमा – डॉ.उमा शुक्ल
- स्त्री सशक्तिकरण के विविध आयाम - डॉ..ऋषभदेव शर्मा
- स्त्री उपेक्षिता - सीमोन दबोठवार
- स्त्री के लिए जगह - राजकिशोर
- समकालीन महिला लेखन - डॉ.ओमप्रकाश शर्मा
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- स्त्रीवादी साहित्य विमर्श - जगदीश्वर चतुर्वेदी
- आधुनिक कथा - साहित्य में नारी स्वरुप और प्रतिमा – डॉ.उमा शुक्ल
- स्त्री सशक्तिकरण के विविध आयाम - डॉ..ऋषभदेव शर्मा
- स्त्री उपेक्षिता - सीमोन दबोठवार
- औरत, अस्तित्व और अस्मिता - अरविंद जैन
- स्त्रीवादी साहित्य विमर्श - जगदीश्वर चतुर्वेदी
- आधुनिक कथा - साहित्य में नारी स्वरुप और प्रतिमा – डॉ.उमा शुक्ल
- स्त्री सशक्तिकरण के विविध आयाम - डॉ..ऋषभदेव शर्मा
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- हिंदी महिला उपन्यासकारों की मानवीय संवेदना - डॉ.उषा यादव
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