Volume : V, Issue : XI, December - 2015 उत्तराखण्ड के प्रमुख लोकपर्व, उत्सव, मेले, तथा त्याहारों का अध्ययननिशा वालिया , अलका भण्डारी By : Laxmi Book Publication Abstract :
भारत में उत्तर में स्थित उत्तराखण्ड राज्य आदिकाल से ही तपस्वियों, तीर्थयात्रियों व राजाओं का आकर्षण का केन्द्र रहा है। इस राज्य का गठन 09 नवम्बर 2000 को भारत के 27वें राज्य के रूप में किया गया। इस राज्य में दो सम्भाग गढ़वाल तथा कुमाऊँ हैं। राज्य में 13 जिले हैं। राज्य के पूर्व में नेपाल तथा पश्चिम में हिमाचल प्रदेश स्थित हैं। उत्तर में तिब्बत-चीन की अन्तर्राष्ट्रीय सीमा है, तो दक्षिण में उत्तर प्रदेश। उत्तराखण्ड भारतीय मानचित्र पर 280 48’ उत्तरी आक्षांश से 310 27’ उत्तरी अक्षांश तथा 770 34’ पूर्वी देशान्तर से 810 02’ पूर्वी देशान्तर के मध्य अवस्थित है। राज्य का कुलक्षेत्रफल 53488 वर्ग किमी. है।
Keywords : Article : Cite This Article : निशा वालिया , अलका भण्डारी (2015). उत्तराखण्ड के प्रमुख लोकपर्व, उत्सव, मेले, तथा त्याहारों का अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. V, Issue. XI, http://isrj.org/UploadedData/7524.pdf References : - शिवप्रसाद डबराल, उत्तराखण्ड का इतिहास
- वासुदेवशरण अग्रवाल, पाणिनी भारतवर्ष
- शिवप्रसाद डबराल, उत्तराखण्ड का इतिहास
- पुष्पलता भट्ट, कुमाऊँनी लोककथाओं में जनजीवन
- घनश्याम जोशी व चन्द्रशेखर दुक्का, उत्तराखण्ड इतिहास एवं संस्कृति
- कृष्णानन्द जोशी, कुमाऊँ का लोक साहित्य
- पुष्पलता भट्ट, कुमाऊँनी लोककथाओं में जनजीवन
- घनश्याम जोशी व चन्द्रशेखर दुक्का, उत्तराखण्ड इतिहास एवं संस्कृति
- कृष्णानन्द जोशी, कुमाऊँ का लोक साहित्य
- शिवप्रसाद डबराल, उत्तराखण्ड का इतिहास
- वासुदेवशरण अग्रवाल, पाणिनी भारतवर्ष
- वासुदेवशरण अग्रवाल, पाणिनी भारतवर्ष
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- पुष्पलता भट्ट, कुमाऊँनी लोककथाओं में जनजीवन
- घनश्याम जोशी व चन्द्रशेखर दुक्का, उत्तराखण्ड इतिहास एवं संस्कृति
- कृष्णानन्द जोशी, कुमाऊँ का लोक साहित्य
- वासुदेवशरण अग्रवाल, पाणिनी भारतवर्ष
- शिवप्रसाद डबराल, उत्तराखण्ड का इतिहास
- वासुदेवशरण अग्रवाल, पाणिनी भारतवर्ष
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- पुष्पलता भट्ट, कुमाऊँनी लोककथाओं में जनजीवन
- घनश्याम जोशी व चन्द्रशेखर दुक्का, उत्तराखण्ड इतिहास एवं संस्कृति
- कृष्णानन्द जोशी, कुमाऊँ का लोक साहित्य
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