Volume : V, Issue : VIII, September - 2015 'गोदान' उपन्यास में किसान की समस्याओं का चित्रणगिरि डि.व्ही., None By : Laxmi Book Publication Abstract : 'गोदान' यह एक सामाजिक उपन्यास है। इस उपन्यास के उपन्यासकार प्रेमचंद जी है। प्रेमचंद जी ने समाज के चित्रण को चित्रीत करने के लिए बहुत सारे उपन्यास लिखे। उनका जन्म बनारस के पास लमही नामक गॉंव में 31 जुलाई 1880 में हुआ। उनके पिता का नाम अजायबलाल और माता का नाम आनंदी देवी था। उनके पिता ने उनका धनपतरॉय और चाचा ने नवाबराय रखा था। जब उन्होंने लिखना शुरू किया, तब उन्होंने नवाबराय नाम को ही अपनाया था।
प्रेमचंद जी के पिता पोस्ट खाते में नौकरी करते थे। इसलिए उनकी आय भी मर्यादित थी। प्रेमचंद जब आठ साल के थे। तभी मॉं का छत्र सर से हट गया। उनके पिताजी ने दूसरी शादी की। माता की मृत्यु के बाद उन्हें बहुत दु:ख सहना पडा। कुछ साल बाद उनके पिता का देहान्त हुआ। तब वह सोलह साल के थे। इससे उन्हें बहुत सारी समस्याओं का सामना करना पडा। बाल्यअवस्था में ही उन्हें दु:खों का सामना करना पडा। इस अवस्था में भी प्रेमचंद पढते थे। वह मैट्रिक पास हुए।
Keywords : Article : Cite This Article : गिरि डि.व्ही., None(2015). 'गोदान' उपन्यास में किसान की समस्याओं का चित्रण. Indian Streams Research Journal, Vol. V, Issue. VIII, http://isrj.org/UploadedData/7154.pdf References :
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