Volume : IV, Issue : II, March - 2014 स्वछंदतावाद की अवधारणा नीरू , - By : Laxmi Book Publication Abstract : काव्यात्मक स्तर पर हम जिस स्वछंदतावाद को विवेचित करते है, वह जैसा की अनेक विद्वानों ने कहा है, मूलतः अंग्रेजी भाषा के “ रोमांटिसिज्म ” का भावानुवाद है. “रोमांटिसिज्म” की व्युत्पत्ति जिस “ रोमांस “ शब्ध से हुई है. Keywords : Article : Cite This Article : नीरू , -(2014). स्वछंदतावाद की अवधारणा . Indian Streams Research Journal, Vol. IV, Issue. II, http://isrj.org/UploadedData/4388.pdf References : - हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
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- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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- हिंदी साहित्य का इतिहास. आचार्य रामचन्द्र शुक्ल, पृ. सं. ४१०
- विचार और विवेचन, डॉ नागेन्द्र, पृ. सं. ५४
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