Volume : IV, Issue : I, February - 2014 गीता में वर्णाश्रमधर्म और उसकी प्रासंगिकता नीरज शर्मा, - By : Laxmi Book Publication Abstract : गीता का सबसे महत्त्वपूर्ण पक्ष अथवा सन्देश योग सन्देश है, जिसमें सांख्यादि विभिन्न योगों के बारे में बताया गया है | धर्म युद्ध कुरुक्षेत्र की भूमि पर कर्म युद्ध से पलायन करने का मन बना चुके अर्जुन के माध्यम से भगवान कृष्ण प्रत्येक व्यक्ति के लिये उपदेश देते हैं कि इस प्रकार कायरता दिखा कर कर्मक्षेत्र से भाग खड़ा होना तुम्हें शोभा नहीं देता, यह अवसर तो किसी भाग्यवान् क्षेत्रिय को ही प्राप्त होता है जो स्वर्ग का ही द्वार है और यदि तुम यह धर्मयुद्ध नहीं लडोंगे तो अपने धर्म और प्रतिष्ठा को खोकर पाप के भागी बनोगे | Keywords : Article : Cite This Article : नीरज शर्मा, -(2014). गीता में वर्णाश्रमधर्म और उसकी प्रासंगिकता . Indian Streams Research Journal, Vol. IV, Issue. I, http://isrj.org/UploadedData/3674.pdf References : - -
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