Volume : XV, Issue : III, April - 2025 अधीनस्थ परिपेक्ष्य के संदर्भ में हरियाणा की विमुक्त व घुमंतू जातियों की सामाजिक स्थिति का विश्लेषण डॉ. रिंकल, None By : Laxmi Book Publication Abstract : अनेकता में एकता ही भारतीय संस्कृति हैं। भारत में अनेक धर्मो, पंथों, जातियों व संप्रदायों के लोग रहते हैं। भारत वर्ष में जनजातियों का जो स्वरूप हैं वो विश्व के अन्य किसी देश में देखने को नहीं मिलता। यहां की जनजातियाँ विभिन्न क्षेत्रों में रहते हुए अपनी संस्कृति के माध्यम से भारतीय संस्कृति को एक विशिष्ट संस्कृति का रूप देने में योगदान कर रही हैं। Keywords : Article : Cite This Article : डॉ. रिंकल, None(2025). अधीनस्थ परिपेक्ष्य के संदर्भ में हरियाणा की विमुक्त व घुमंतू जातियों की सामाजिक स्थिति का विश्लेषण. Indian Streams Research Journal, Vol. XV, Issue. III, http://isrj.org/UploadedData/11329.pdf References : - http%@@censusindia-gov-in@Census&Data&2001@India&at&glance @scst-asp, पुनः प्राप्त किया, दिनांक 30-07-2018.
- मजूमदार, डी. न., रेसेस एण्ड कल्चर आफ इंडिया, एशिया पब्लिशिंग हाउस, पृ. 167.
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