Volume : XV, Issue : III, April - 2025 राष्ट्रीय चेतना के संवहन में भारतेन्दु का पत्रकारीय योगदान डॉ. आकाश यादव, - By : Laxmi Book Publication Abstract : हर युग का साहित्य, उसकी पत्रकारीय चेतना अपने समय की राजनीतिक, सामाजिक व धार्मिक विचारधाराओं से प्रभावित हुए बिना नहीं रह सकती। यही वजह है कि हमें किसी युग या काल के साहित्य के माध्यम से उसके समाज, तत्कालीन राजनीति और धार्मिक मान्यताओं और स्थितियों के बारे में जानने को मिलता है। Keywords : Article : Cite This Article : डॉ. आकाश यादव, -(2025). राष्ट्रीय चेतना के संवहन में भारतेन्दु का पत्रकारीय योगदान. Indian Streams Research Journal, Vol. XV, Issue. III, http://isrj.org/UploadedData/11299.pdf References : - 1. मोहन, नरेन्द्र. (1999), भारतेंदु हरिश्चंद्र, प्रकाशन विभाग, नई दिल्ली।
- 2. शर्मा, आर. (1999), भारतेन्दु हरिश्चन्द्र और हिंदी नवजागरण की समस्याएँ, राजकमल प्रकाशन : नई दिल्ली।
|
Article Post Production
No data exists for the row/column.
|