Volume : XV, Issue : I, February - 2025 वनों एवं जनजातियों का पारस्परिक संबंध एक अध्ययन डाॅ. बी.एल.पाटीदार, वालसिंह मावी By : Laxmi Book Publication Abstract : मध्यप्रदेश में जनजातियों की जनसंख्या बहुतायत में पाई जाती है। ये जनजातियाँ प्रदेश के अनेक अंचलों जैसे मालवा, बुन्देलखण्ड, बघेलखण्ड व महाकौशल में निवास करती है। Keywords : Article : Cite This Article : डाॅ. बी.एल.पाटीदार, वालसिंह मावी(2025). वनों एवं जनजातियों का पारस्परिक संबंध एक अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. XV, Issue. I, http://isrj.org/UploadedData/11239.pdf References : - गुप्ता मंजू (2003), जनजातियों का सामाजिक-आर्थिक उत्थान, अर्जुन पब्लिशिंग हाउस, नई दिल्ली।
- जैन प्रकाशचंद एवं त्रिवेदी मधुसूदन (1996) आदिवासी विकास योजनाएं: दशा और दिशा, शिव पब्लिशर्स, उदयपुर
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