Volume : XIV, Issue : XII, January - 2025 अज्ञेय की कहानियों के भाषा रूप का अध्ययनभावना सिंह परिहार, डाॅ. क्षिप्रा द्विवेदी By : Laxmi Book Publication Abstract : अज्ञेय की भाषा और आधुनिकता का अध्ययन हमें उनके लेखन के गहरे और व्यापक आयामों को समझने में मदद करता है। अज्ञेय का साहित्य आधुनिकता की विशिष्टताओं को आत्मसात करता है, जिसमें समाज, मानसिकता, अस्तित्ववाद और व्यक्तित्व के संकटों को अभिव्यक्त करने का प्रयास किया गया है। उन्होंने अपनी भाषा को केवल कथा का माध्यम नहीं माना, बल्कि एक सशक्त उपकरण के रूप में प्रयोग किया, जिसके माध्यम से उन्होंने समाज के जटिल मुद्दों और मानव अस्तित्व की सूक्ष्मता को उजागर किया। Keywords : Article : Cite This Article : भावना सिंह परिहार, डाॅ. क्षिप्रा द्विवेदी(2025). अज्ञेय की कहानियों के भाषा रूप का अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. XIV, Issue. XII, http://isrj.org/UploadedData/11177.pdf References : - 1. अज्ञेय - लौटती पंगडंडियाँ (भूमिका), पृष्ठ 7-8
- 2. अज्ञेय - लौटती पंगडंडियाँ, पृष्ठ 12
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