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Volume : XIV, Issue : IV, May - 2024

पं. माधवराव सप्रे की पत्रकारिता में राष्ट्रीय चेतना

डॉ. आशीष रामबचन दुबे, -

By : Laxmi Book Publication

Abstract :

पं. माधवराव सप्रे का हिंदी पत्रकारिता में बेहद सम्मान के साथ नाम लिया जाता है. उन्हें भारतीय नवजागरण का अग्रदूत और राष्ट्रीयता का अग्रदूत भी संबोधित किया जाता है. केवल पत्रकारिता जगत ही नहीं बल्कि साहित्य और सामाजिक क्षेत्रों में उनका नाम बड़े आदर से लिया जाता है. इसके पीछे मुख्य कारण पं. माधवराव सप्रे का संघर्ष और कठिनाइयों से भरा जीवन होने के बावजूद भी उन्होंने कभी अपने आत्मविश्वास को कम नहीं होने दिया. तमाम विपत्तियों और संकटों से जुझते हुए उन्होंने कभी भी अपने लेखन की धार को कम नहीं होने दिया.

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Cite This Article :

डॉ. आशीष रामबचन दुबे, -(2024). पं. माधवराव सप्रे की पत्रकारिता में राष्ट्रीय चेतना. Indian Streams Research Journal, Vol. XIV, Issue. IV, http://isrj.org/UploadedData/10983.pdf

References :

  1. 1. शर्मा, एस. 1978, हिंदी पत्रकारिता: राष्ट्रीय नव उद्बोधन, राज पब्लिशिंग हाउस, दिल्ली.
  2. 2. जोशी. एस., 1991, हिंदी पत्रकारिता विकास और विविध आयाम, राजस्थान हिंदी ग्रंथ अकादमी, जयपुर.

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