Volume : XIV, Issue : I, February - 2024 नीति-निदेशक सिद्धान्तों के प्रति न्यायपालिका का दृष्टिकोण का अध्ययनडाॅ. गायत्री मिश्रा, विजय कुमार साकेत By : Laxmi Book Publication Abstract : स्वतन्त्रता प्राप्ति के पश्चात् भारतीय संविधान का निर्माण किया गया और तत्कालीन राज्यों की आर्थिक स्थिति ऐसी नहीं थी कि वे नीति-निदेशक सिद्धान्तों को उस समय क्रियान्वित कर सकें। इसीलिए भारतीय संविधान निर्माताओं ने नीति-निदेशकों की प्रकृति को राज्यों के लिए बाध्यकारी नहीं बनाया। Keywords : Article : Cite This Article : डाॅ. गायत्री मिश्रा, विजय कुमार साकेत(2024). नीति-निदेशक सिद्धान्तों के प्रति न्यायपालिका का दृष्टिकोण का अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. XIV, Issue. I, http://isrj.org/UploadedData/10947.pdf References : - चंपाकम दोराई राजन बनाम मद्रास राज्य, 1951, एस.सी.आर. 525
- जोशी, जी.एन. - द न्यू कांस्टीट्यूशन ऑफ इण्डिया, पृष्ठ 87
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