Volume : XIII, Issue : XII, January - 2024 “रीवा जिले के नागरिकों के सामाजिक-आर्थिक विकास में ग्रामीण विकास बैंकों की भूमिका: एक मूल्यांकन“दिव्या पाण्डेय, ए डाॅ. संजय शंकर मिश्रा By : Laxmi Book Publication Abstract : बैंकिंग परिक्षेत्र में दूरगामी महत्व की प्रक्रिया जुलाई 1968 में हुयी थी, जब शासन स्तर पर एक सशक्त अध्यादेश जारी कर पच्चास करोड़ रूपये से अधिक की जमा राशि रखने वाले भारतीय अधिसूचित बैंकों का राष्ट्रीयकरण कर दिया गया Keywords : Article : Cite This Article : दिव्या पाण्डेय, ए डाॅ. संजय शंकर मिश्रा(2024). “रीवा जिले के नागरिकों के सामाजिक-आर्थिक विकास में ग्रामीण विकास बैंकों की भूमिका: एक मूल्यांकन“. Indian Streams Research Journal, Vol. XIII, Issue. XII, http://isrj.org/UploadedData/10915.pdf References : - गौतम, डाॅ. ए.के. एवं खातून, फरीदा - जिला सहकारी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक का वित्तीय प्रबंधन एवं कृषि विकास में योगदान का मूल्यांकन, इंटरनेशनल जनरल आॅफ रिव्यू एण्ड रिसर्च इन सोशल साइंस, वर्ष 2018
- रूद्र, पी.के.एम. - भारतीय अर्थव्यवस्था, एस. चांद एवं कम्पनी प्राइवेट लिमिटेड, नई दिल्ली, वर्ष 2001
- शर्मा, टी.आर. - आर्थिक नियोजन, साहित्य भवन पब्लिकेशन, आगरा, वर्ष 2015
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