Volume : XIII, Issue : VI, July - 2023 घरेलू एवं कुटीर उद्योगों के विकास की सामाजिक समस्यायों का अध्ययन: सतना जिले के विशेष संदर्भ मेंश्रीमती महिमा शुक्ला, डाॅ. आर.के. शर्मा By : Laxmi Book Publication Abstract : कुटीर क्षेत्र को रोजगार सृजन की विशाल क्षमता के लिए महत्व दिया जाता है। हालांकि, समय के साथ इस व्यवसाय में रोजगार में वृद्धि हुई है, लोगों की आय में गिरावट आई है क्योंकि बिचैलिए खरीदारों से पैसे का बड़ा हिस्सा लेते हुए निर्माताओं को कम दर प्रदान करते हैं। Keywords : Article : Cite This Article : श्रीमती महिमा शुक्ला, डाॅ. आर.के. शर्मा(2023). घरेलू एवं कुटीर उद्योगों के विकास की सामाजिक समस्यायों का अध्ययन: सतना जिले के विशेष संदर्भ में. Indian Streams Research Journal, Vol. XIII, Issue. VI, http://isrj.org/UploadedData/10752.pdf References : - सक्सेना, डाॅ. आर.एन. - भारतीय समाज एवं संस्थाएं, किताब महल, वाराणसी, संस्करण 2002
- सिन्हा, डाॅ. वी.सी. - औद्योगिक अर्थशास्त्र, मध्यप्रदेश हिन्दी ग्रन्थ अकादमी, भोपाल, संस्करण 2002
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