Volume : XIII, Issue : III, April - 2023 ‘‘सरकार द्वारा संचालित जनजातीय कल्याण कार्यक्रमों का समाज शास्त्रीय अध्ययन’’(रीवा जिले के विशेष संदर्भ में)डाॅ. अजय आर. चौरे, बलराम दाहिया By : Laxmi Book Publication Abstract : यदि अनुसूचित जनजातियों के विकास और समृद्धी की बात की जाये तो आर्थिक जीवन में अनुसूचित जनजातियों की स्थिति एक लम्बे समय तक दयनीय बनी रही। इन जातियों को केवल उन व्यवसायों को करने की अनुमति प्रदान की गई जो अत्याधिक अपवित्र होने के कारण दूसरी उच्च जातियों के द्वारा नहीं किये जाते थे। Keywords : Article : Cite This Article : डाॅ. अजय आर. चौरे, बलराम दाहिया(2023). ‘‘सरकार द्वारा संचालित जनजातीय कल्याण कार्यक्रमों का समाज शास्त्रीय अध्ययन’’(रीवा जिले के विशेष संदर्भ में). Indian Streams Research Journal, Vol. XIII, Issue. III, http://isrj.org/UploadedData/10695.pdf References : - चैहान, जीवन सिंह, ‘रीवा राज्य दर्पण’ स्टैण्डर्ड प्रेस, इलाहाबाद, 1966।
- अग्रवाल, गोपाल कृष्ण, ‘भारतीय संस्थाएं’, साहित्य भवन, आगरा, 1962।
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