Volume : XII, Issue : XI, December - 2022 रीवा राज्य के बघेली लोक गीत का समीक्षात्मक अध्ययनराजकुमार तिवारी, डाॅ. देवाशीष बनर्जी By : Laxmi Book Publication Abstract : रीवा राज्य की कला-परम्परा वीरसिंह देव से प्रारम्भ होती है जो केवल वास्तु प्रेमी न होकर साहित्य के प्रबल आश्रयदाता भी थे। लोक साहित्य लोक जीवन का प्रतिबिम्ब होता है, जो गीत, कहानियों और पहेलियों के रूप में प्रत्येक समाज में विद्यमान रहता है। Keywords : Article : Cite This Article : राजकुमार तिवारी, डाॅ. देवाशीष बनर्जी(2022). रीवा राज्य के बघेली लोक गीत का समीक्षात्मक अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. XII, Issue. XI, http://isrj.org/UploadedData/10592.pdf References : - गुरुरामप्यारे अग्निहोत्री - रीवा राज्य का इतिहास, मध्यप्रदेश शासन साहित्य परिषद, भोपाल
- डाॅ. एस. अखिलेश - रीवा दर्शन, गायत्री पब्लिकेशन्स, रीवा, संस्करण 2013
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