Volume : XII, Issue : VII, August - 2022 हरिशंकर परसाई के सामाजिक व्यंग्यों में यथार्थ दृष्टि का अध्ययननीता वर्मा, डाॅ. रामलला शर्मा By : Laxmi Book Publication Abstract : हरिशंकर परसाई ने समाज के दो वर्गों के प्रति संघर्ष किया एक तो जो शोषक वर्ग है दूसरा गरीब वर्ग जिसका शोषण होता है। गरीबों में चेतना शक्ति भरने के लिये आपने पूँजीपति वर्ग को खुलेआम अपने व्यंग्यों में बेनकाब किया है। Keywords : Article : Cite This Article : नीता वर्मा, डाॅ. रामलला शर्मा(2022). हरिशंकर परसाई के सामाजिक व्यंग्यों में यथार्थ दृष्टि का अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. XII, Issue. VII, http://isrj.org/UploadedData/10529.pdf References : - फैमिली प्लानिंग, परसाई रचनावली, खण्ड 2, पृष्ठ 65
- हरिशंकर परसाई - राम की लुगाई और गरीब की लुगाई, पृष्ठ 32
|
Article Post Production
No data exists for the row/column.
|