Volume : XII, Issue : VII, August - 2022 स्वातंत्रोत्तर उपन्यासों में राजनीति और नैतिकताउपासना द्विवेदी, डाॅ. लता द्विवेदी By : Laxmi Book Publication Abstract : इस देश की समाज-व्यवस्था जटिल है और अनेक विसंगतियों से भरी हुई है। यहाँ प्रत्येक व्यक्ति अपने-अपने धर्म या जाति के दडवे में बंद रहकर जीने में ही अपने जीवन की सार्थकता का अनुभव करता है। अपनी सीमित दुनिया को ही ‘विश्व‘ समझकर जीते रहता है। Keywords : Article : Cite This Article : उपासना द्विवेदी, डाॅ. लता द्विवेदी(2022). स्वातंत्रोत्तर उपन्यासों में राजनीति और नैतिकता. Indian Streams Research Journal, Vol. XII, Issue. VII, http://isrj.org/UploadedData/10522.pdf References : - गिरिराज किशोर - उपन्यासों में चित्रित प्रजातंत्रीय शासन व्यवस्था, पृष्ठ 124
- यादवेंद्र शर्मा - एक और मुख्यमंत्री, पृष्ठ 209
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