Volume : XII, Issue : VII, August - 2022 ममता कालिया के उपन्यासों में नारी स्वतंत्रतास्वाति पाण्डेय, डाॅ. प्रेमशंकर शुक्ल By : Laxmi Book Publication Abstract : भारत में स्वतंत्रता-प्राप्ति के साथ ही सामाजिक परिवर्तन हुआ, इससे जो विशेषता उभर कर सामने आयी वह है वैचारिक पुनर्जन्म की। इस सामाजिक परिवर्तन ने नर-नारी सम्बन्धी धारणाओं को खण्डित किया।
Keywords : Article : Cite This Article : स्वाति पाण्डेय, डाॅ. प्रेमशंकर शुक्ल(2022). ममता कालिया के उपन्यासों में नारी स्वतंत्रता. Indian Streams Research Journal, Vol. XII, Issue. VII, http://isrj.org/UploadedData/10520.pdf References : - ममता कालिया - थिएटर रोड के कौवे (भूमिका), पृष्ठ 7
- ममता कालिया - बेघर (भूमिका), पृष्ठ 12
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