Volume : XII, Issue : VII, August - 2022 अज्ञेय के कथा साहित्य में शोषण के विरुद्ध सामाजिक विचलनसविता गुप्ता, डाॅ. प्रेमशंकर शुक्ल By : Laxmi Book Publication Abstract : अज्ञेय की मान्यता है कि समाज में समता स्थापना के लिए ऊँच नीच छोटे बडे़ अमीर गरीब व्यक्ति कोई भी रेखा न खींची जाय। वह शिक्षा जाति प्रथा निर्बल, सबल, नर-नारी, धनी निर्धन के बीच वर्ग भेद को रेखांकित करने वालों को घृणा की संज्ञा देते है। Keywords : Article : Cite This Article : सविता गुप्ता, डाॅ. प्रेमशंकर शुक्ल(2022). अज्ञेय के कथा साहित्य में शोषण के विरुद्ध सामाजिक विचलन. Indian Streams Research Journal, Vol. XII, Issue. VII, http://isrj.org/UploadedData/10519.pdf References : - अज्ञेय की सम्पूर्ण कहानियाँ-जिज्ञासा, पृष्ठ 19
- अज्ञेय - नदी के द्वीप, पृष्ठ 12
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