Volume : XII, Issue : VII, August - 2022 तारसप्तक की कविताओं में पूँजीवादी सम्यता और वर्ग विभाजित समाज का अध्ययनलक्ष्मी कान्त मिश्रा, डाॅ. लता द्विवेदी By : Laxmi Book Publication Abstract : सप्तक के कवियों की रचना में सामाजिक दृष्टि एवं कवियों की सामाजिक चेतना का प्रभाव वैयक्तिक एवं आत्मनिष्ठ चेतना की तुलना में अधिक मूल्यवान है सप्तक के कवियों की रचनाओं में कवियों के गपरक दृष्टिकोण के स्थान पर मानवीय संघर्ष के महत्व को सजगता के साथ उपस्थिति किया गया है। Keywords : Article : Cite This Article : लक्ष्मी कान्त मिश्रा, डाॅ. लता द्विवेदी(2022). तारसप्तक की कविताओं में पूँजीवादी सम्यता और वर्ग विभाजित समाज का अध्ययन. Indian Streams Research Journal, Vol. XII, Issue. VII, http://isrj.org/UploadedData/10515.pdf References : - दूसरी परंपरा की खोज, पृष्ठ 19-21, आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी
- आस्था के चरण, पृष्ठ 268-69, डाॅ. नगेन्द्र
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