Volume : XII, Issue : V, June - 2022 मैत्रेयी पुष्पा के ‘बेतवा बहती रही’ उपन्यास में व्यंजित नारी प्रतिरोध के स्वरप्रियंका तिवारी, डाॅ. आशुतोष कुमार द्विवेदी By : Laxmi Book Publication Abstract : मैत्रेयी पुष्पा के पास अपना भोगा हुआ अनुभूत सत्य होने के कारण नारी चित्रण में सजीवता आई है। बुंदेलखण्ड के आंचल को समग्र रूप में चित्रित किया है। Keywords : Article : Cite This Article : प्रियंका तिवारी, डाॅ. आशुतोष कुमार द्विवेदी(2022). मैत्रेयी पुष्पा के ‘बेतवा बहती रही’ उपन्यास में व्यंजित नारी प्रतिरोध के स्वर. Indian Streams Research Journal, Vol. XII, Issue. V, http://isrj.org/UploadedData/10472.pdf References : - मैत्रेयी पुष्पा - बेतवा बहती रही, पृष्ठ 100
- मैत्रेयी पुष्पा - बेतवा बहती रही, पृष्ठ 62
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